मुहावरे और लोकोक्तियाँ मुहावरा- कोई भी ऐसा वाक्यांश जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर किसी विशेष अर्थ को व्यक्त करे उसे मुहावरा कहते हैं। लोकोक्ति- लोकोक्तियाँ लोक-अनुभव से बनती हैं। किसी समाज ने जो कुछ अपने लंबे अनुभव से सीखा है उसे एक वाक्य में बाँध दिया है। ऐसे वाक्यों को ही लोकोक्ति कहते हैं। इसे कहावत, जनश्रुति आदि भी कहते हैं। मुहावरा और लोकोक्ति में अंतर- मुहावरा वाक्यांश है और इसका स्वतंत्र रूप से प्रयोग नहीं किया जा सकता। लोकोक्ति संपूर्ण वाक्य है और इसका प्रयोग स्वतंत्र रूप से किया जा सकता है। जैसे-‘होश उड़ जाना’ मुहावरा है। ‘बकरे की माँ कब तक खैर मनाएगी’ लोकोक्ति है। कुछ प्रचलित मुहावरे 1. अंग संबंधी मुहावरे 1. अंग छूना - (कसम खाना) मैं अंग छूकर कहता हूँ साहब, मैने पाजेब नहीं देखी। 2. अंग-अंग मुसकाना-(बहुत प्रसन्न होना)- आज उसका अंग-अंग मुसकरा रहा था। 3. अंग-अंग टूटना-(सारे बदन में दर्द होना)-इस ज्वर ने तो मेरा अंग-अंग तोड़कर रख दिया। 4. अंग-अंग ढीला होना-(बहुत थक जाना)- तुम्हारे साथ कल चलूँगा। आज तो मेरा अंग-अंग ढीला हो रहा है। 2. अक्ल-संबंधी मुहावरे 1. अक्ल का दुश्मन-(मू...
टिप्पणियाँ
iam very good
shortttttt
thankxxx SHRI DHEERAJ KUMAR
YAHA BHASA BAHUT SARAL AND SUNDAR HEI. AAM ADMI BAHUT ASANI SE IS KA PRAYOG KAR SAKTA HEI.
HAR BHASA ACHHA HEI, MAGAR BHRAT KELIYE HINDI BAHUT KHAAS HEI.